जोश और जुनून की प्रेरणादायक कहानी,
जाने Paralympic Gold Medalist अवनि लेखरा की कहानी
आज हम बात कर रहे हैं 22 वर्षीय उस महिला शूटर के बारे में जिसने लगातार 2 बार Rifle Shooting में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया हैं और वो भी Paralympics में।
अवनि लेखरा ने गोल्ड मेडल जीतकर ये साबित कर दिया हैं कि अगर हौसले बुलंद हो तो कायनात भी आपको अपनी मंजिल पाने से नही रोक सकती। अवनि, आज की युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है।
उपलब्धियां –
2020 टोक्यो पैरालंपिक 10m air Rifle SH1- गोल्ड
2020 टोक्यो पैरालंपिक 50m Rifle 3 positions SH1- ब्रॉन्ज
2022 फ्रांस पैरा वर्ल्ड कप 10m air Rifle- गोल्ड
2022 फ्रांस पैरा वर्ल्ड कप 50m rifle 3 positions SH1- गोल्ड
2022 साउथ कोरिया पैरा वर्ल्ड कप 10m air Rifle SH1– सिल्वर
2022 हाउंगझू एशियन पैरा गेम्स 10m air Rifle- गोल्ड
2024 पेरिस पैरालिंपिक 10m air Rifle SH1- गोल्ड
अवनि के बारे में कुछ और..
वो साल था 2012, जब 11 साल की अवनि एक कार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो जाती हैं और दुर्घटना इतनी गंभीर थी की उन्हें व्हीलचेयर पर आना पड़ा। इसके बाद वो टूट जाती हैं लेकिन उनके पिता ने उन्हें प्रेरित किया और स्पोर्ट्स खेलने के लिए उन्हें शूटिंग रेंज लेकर आए और यही से उनके नए जीवन की शुरुआत हुईं।
इसके बाद अवनि ने कभी पीछे मुड़कर नही देखा और खूब मेहनत की| 2017 में अवनि ने UAE में आयोजित Shooting World Cup में सिल्वर मेडल जीता।
अभिनव बिंद्रा को अवनि अपना Idol मानती हैं। जयपुर की रहने वाली अवनि ने इतनी कम उम्र में इतनी उपलब्धियां हासिल कर ली हैं की अब वो किसी परिचय की मोहताज नहीं रही। अवनि आज के युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं जो छोटी छोटी बातों को लेकर डिप्रेशन में चले जाते हैं, हमे उनसे सीखने की जरूरत हैं कि यदि हम दृढ़ संकल्प ले तो दुनिया की हमारी कोई कमजोरी हमारे लक्ष्य को पाने में आड़े नहीं आ सकती। हमारी कमजोरी भी हमारी ताकत बन सकती हैं।
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